असम में बाढ़ से हालात गंभीर हैं, विनाशकारी बाढ़ के कारण काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में छह गैंडों सहित 137 जंगली जानवरों की मौत हो गई है। पार्क अधिकारी 99 जानवरों को बचाने में कामयाब रहे हैं।
असम में बाढ़ से मरने वालों की कुल संख्या 72 हो गई
असम में बाढ़ की तबाही लोगों के साथ-साथ जानवरों को भी झेलनी पड़ रही है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के कारण अब तक अनुमानित 137 जंगली जानवरों की मौत हो चुकी है। जिनमें से 104 हॉग हिरण, 6 गैंडे और 2 सांभर बह गए हैं. बाढ़ में छह और लोगों की मौत हो गई, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 72 हो गई।
इस घटना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए सोनाली घोष ने कहा कि अब तक हमने 2 गैंडे, 2 हाथी, 84 हॉग हिरण, 3 दलदल हिरण, 2 सांभर सहित 99 जानवरों को बचाया है। पार्क के 233 शिविरों में से 70 वन शिविर अभी भी पानी में डूबे हुए हैं।
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काजीरंगा नेशनल पार्क में कई जानवरों की मौत केएनपी अधिकारी ने कहा कि वन अधिकारियों ने 86 हॉग हिरण, दो-दो सांभर हिरण और ‘स्कॉप्स उल्लू’ और गैंडे के बछड़े समेत खरगोश, ऊदबिलाव, हाथी और जंगली बिल्ली को बचाया। अधिकारी ने कहा कि फिलहाल 34 जानवर चिकित्सक की निगरानी में हैं, जबकि 50 अन्य को इलाज के बाद छोड़ दिया गया है।
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केएनपी से गुजरने वाले राजमार्ग पर तेज गति वाले वाहन की चपेट में आने से एक हॉग हिरण की भी मौत हो गई। केएनपी में हाल के वर्षों में पशु मृत्यु दर के मामले में यह सबसे भीषण बाढ़ है। अधिकारी ने कहा कि पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग में कुल 233 शिविरों में से 66 जलमग्न हो गए हैं, जबकि शुक्रवार को 75 शिविर जलमग्न हो गए थे।