“Devariya Murder Case: जांच के दौरान वह व्यक्ति सामने आया है, जिसकी ज़मीन पर कत्ल-ए-आम का मामला हुआ था, और जिसके बारे में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव और सत्यप्रकाश के बीच विवाद चल रहा था। इसने अपनी पूरी संपत्ति को प्रेमचंद यादव और रामजी के नाम पर कर दी थी।”
“देवरिया कत्ल-ए-आम मामला: यूपी के देवरिया जिले में हुई हत्या केस में चर्चा लगातार बढ़ रही है। सरकारी कदमों के बीच विपक्ष के आरोप भी उठाए गए हैं। पुलिस जांच का पूरा प्रक्रियात्मक है। इस दौरान, वह व्यक्ति भी सामने आया है, जिसकी ज़मीन पर सम्पत्ति विवाद पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव और सत्यप्रकाश के बीच चल रहा था।
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“इस विवाद के बीच, 2 अक्टूबर को सत्यप्रकाश दुबे के घर के पास प्रेमचंद यादव की हत्या के घटनाक्रम बदल गए। इसके परिणामस्वरूप, प्रेम के आक्रोशित समर्थक हथियारों और लाठी-डंडों से लैस होकर सत्यप्रकाश के घर में घुसे। उन्होंने घर में मौजूद सभी 6 लोगों पर जानलेवा हमला किया।
इस घटना में सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, दो बेटियां, और एक बेटे सहित पांच लोगों की निर्मम हत्या हो गई। इसके बाद सत्यप्रकाश के 8 साल के बेटे को भी जानलेवा हमला किया गया, हालांकि वह बच गए और अस्पताल में भर्ती हैं, और उनका इलाज जारी है।”
“ज्ञान प्रकाश ने 10 बीघा ज़मीन को बिना किसी करार के छोड़ दिया था।”
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अब हम वह व्यक्ति देखते हैं, जो उस ज़मीन के पूर्व मालिक थे, जिसके कारण यहाँ पर एक घातक हादसा घटित हुआ। इस व्यक्ति का नाम है ज्ञान प्रकाश दुबे। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लेड़हा टोला में निवास करने वाले सत्य प्रकाश के छोटे भाई ज्ञान प्रकाश ने अपनी संपत्ति को पूर्णरूप से प्रेम यादव और रामजी के नाम कर दी थी।
Devariya Murder Case: “प्रेमचंद की ज़मीनों के बारे में तहसीलदार के द्वारा मुआयना किया जाएगा, जिसकी कोर्ट में सुनवाई हुई।”
देवरिया हत्याकांड के संबंध में नोटिस जारी किया ।
प्रेम चंद यादव के पुत्र राम भवन यादव सहित पांच आरोपियों के घर पर राजस्व टीम ने बेदखली का नोटिस जारी किया है।
“नोटिस में उल्लिखित है कि इन्होंने सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से पक्का निर्माण करके कब्जा किया है.”