सूरत शहर से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने न सिर्फ स्थानीय लोगों को, बल्कि पूरे देश को चौंका दिया है। यह घटना एक 23 वर्षीय शिक्षिका और 11 वर्षीय छात्र के अचानक गायब होने से जुड़ी है। इस मामले में जो तथ्य सामने आ रहे हैं, वे बेहद गंभीर हैं और समाज में शिक्षक और छात्र के रिश्ते को लेकर नए सवाल खड़े कर रहे हैं।

कैसे हुआ मामला सामने?
कुछ दिन पहले सूरत के एक स्कूल में पढ़ने वाले छात्र के पिता ने अपहरण की शिकायत दर्ज करवाई। उनका कहना था कि उनका बेटा स्कूल के बाद घर नहीं लौटा और उसका मोबाइल भी बंद आ रहा है। जब पुलिस ने स्कूल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो पाया कि छात्र अपनी शिक्षिका के साथ जाते हुए दिखाई दे रहा है। इससे शिक्षक द्वारा छात्र को भगाने का शक और गहरा हो गया।

शामलाजी बॉर्डर पर मिले शिक्षिका और छात्र
पुलिस ने तुरंत जांच तेज की और मोबाइल लोकेशन ट्रेस करते हुए शामलाजी बॉर्डर (गुजरात-राजस्थान सीमा) पर शिक्षिका और छात्र को पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वे घूमने के लिए निकले थे, क्योंकि वे घर की डांट-फटकार और तनाव से परेशान थे। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी गलत उद्देश्य से नहीं, बल्कि बोरियत और घरेलू परेशानियों से बचने के लिए निकले थे।

क्या था शिक्षक और छात्र का रिश्ता?
यह सवाल अब भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या शिक्षिका और छात्र के बीच कोई भावनात्मक या रोमांटिक रिश्ता था। कई लोगों का मानना है कि शिक्षक और छात्र के बीच इतना गहरा भरोसा होना स्वाभाविक है, लेकिन नाबालिग छात्र के साथ घर छोड़कर यात्रा करना सामान्य बात नहीं मानी जा सकती। यह मामला सूरत शिक्षिका और छात्र मामला बनकर सामने आया है और सोशल मीडिया पर भी यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
तीन साल से पढ़ा रही थी शिक्षिका
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिक्षिका पुणे के पर्वत पाटिया इलाके की निवासी है और वह पिछले तीन वर्षों से उसी छात्र को पढ़ा रही थी। छात्र के परिजन का आरोप है कि शिक्षिका ने छात्र को मानसिक रूप से प्रभावित किया और उसे अपने साथ भगाया। इसी आधार पर पुलिस ने अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज किया है।

घूमने का रूट और योजना
शिक्षिका और छात्र ने पुलिस को बताया कि वे पहले अहमदाबाद गए, फिर वहां से दिल्ली, वृंदावन और जयपुर पहुंचे। इस यात्रा के दौरान वे अपने घर वालों से पूरी तरह संपर्क में नहीं थे। पूछताछ में यह भी सामने आया कि शिक्षिका को घर पर होमवर्क को लेकर डांट मिलती थी और छात्र को भी पढ़ाई के कारण परिवार वालों की नाराज़गी झेलनी पड़ती थी।
पुलिस जांच जारी
फिलहाल पुलिस ने दोनों को सुरक्षित रूप से बरामद कर लिया है और उनसे आगे की पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या यह केवल एक घूमने की योजना थी या इसके पीछे कोई भावनात्मक या मानसिक शोषण का मामला भी छिपा है। इसके साथ ही पुलिस यह भी देख रही है कि इस घटना में और कोई व्यक्ति शामिल तो नहीं था।
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निष्कर्ष
यह घटना न केवल एक सीधा-सा अपहरण का मामला है, बल्कि यह समाज में शिक्षिका और छात्र के रिश्ते की मर्यादा को लेकर गंभीर प्रश्न भी खड़े करती है। यह जरूरी है कि ऐसे मामलों की गहराई से जांच हो और यह सुनिश्चित किया जाए कि स्कूल और शिक्षण संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा और मानसिक स्थिति का भी पूरा ख्याल रखा जाए।