भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच मॉक ड्रिल के दौरान जम्मू में शरण लेते स्कूली छात्र, मंगलवार, 6 मई, 2025. (एपी)

देश में 7 मई को होने जा रही “राष्ट्रीय मॉक ड्रिल” (Mock Drill) को लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सतर्क कर दिया है। यह मॉक ड्रिल एक राष्ट्रव्यापी अभ्यास होगा, जिसका उद्देश्य “शत्रुतापूर्ण हमलों” से निपटने की भारत की तैयारियों का परीक्षण करना है।

राष्ट्रीय मॉक ड्रिल 7 मई: क्या बिजली कटौती होगी? क्या बैंक बंद रहेंगे? अक्सर पूछे जाने वाले सवालों के जवाब
जम्‍मू के एक स्‍कूल में मॉक ड्रिल के दौरान बचाव करतीं छात्राएं. (AP)

गृह मंत्रालय ने इस Mock Drill के निर्देश ऐसे समय में दिए हैं, जब पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी।

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मॉक ड्रिल का उद्देश्य क्या है?

फोकस कीवर्ड “मॉक ड्रिल” को ध्यान में रखते हुए, इसका मुख्य उद्देश्य नागरिक सुरक्षा की तैयारियों को परखना है। हवाई हमले, बिजली कटौती, निकासी योजनाएं और नागरिकों की आपात प्रतिक्रिया को सशक्त बनाना इस अभ्यास के मुख्य अंग हैं। गृह मंत्रालय के अनुसार, “मौजूदा भू-राजनीतिक परिदृश्य में जटिल और नए खतरे उभर रहे हैं। ऐसे में Mock Drill के जरिए नागरिक सुरक्षा को मजबूत करना ज़रूरी है।”

गतिविधियों को शामिल किया जाएगा?

इस मॉक ड्रिल में कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ शामिल की जाएंगी, जैसे:

  • हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन
  • भारतीय वायुसेना के साथ रेडियो संचार लिंक
  • नियंत्रण कक्षों और छाया नियंत्रण कक्षों का सक्रियण
  • नागरिकों और छात्रों को आपात प्रतिक्रिया के लिए प्रशिक्षित करना
  • बंकरों और खाइयों की सफाई
  • क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास
  • निकासी योजना का अभ्यास

यह सभी गतिविधियाँ मॉक ड्रिल का अहम हिस्सा होंगी, जिससे भारत की तैयारियों को परखा जाएगा।

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच मॉक ड्रिल के दौरान जम्मू में शरण लेते स्कूली छात्र, मंगलवार, 6 मई, 2025. (एपी)
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच मॉक ड्रिल के दौरान जम्मू में शरण लेते स्कूली छात्र, मंगलवार, 6 मई, 2025. (एपी)

कौन-कौन भाग लेगा?

इस अभ्यास में सिविल डिफेंस स्वयंसेवक, होम गार्ड, एनसीसी, एनएसएस, स्थानीय पुलिस और छात्र शामिल होंगे। यह एक बहु-एजेंसी प्रयास है जिसमें आम नागरिकों की भागीदारी भी संभव है।

मॉक ड्रिल के दौरान क्या बंद रहेगा?

सरकार ने स्पष्ट किया है कि सभी स्कूल, कॉलेज, बैंक, सरकारी कार्यालय और अन्य संस्थान खुले रहेंगे। Mock Drill को सामान्य दिनचर्या के साथ जोड़कर ही आयोजित किया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।

क्या बिजली या इंटरनेट बंद रहेगा?

कुछ स्थानों पर क्रैश ब्लैकआउट के तहत स्वैच्छिक लाइट ऑफ की योजना बनाई जा सकती है। हालांकि, अब तक मोबाइल या इंटरनेट सेवाएं बंद करने को लेकर कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूत्रों से जानकारी प्राप्त करें।

मॉक ड्रिल के पीछे का कारण

22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले के बाद से भारत की सुरक्षा व्यवस्था को हाई अलर्ट पर रखा गया है। Mock Drill का आयोजन इसी तैयारी का हिस्सा है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत किसी भी आकस्मिक हमले के लिए पूरी तरह तैयार है।

प्रश्न 1: मॉक ड्रिल क्या होती है?

मॉक ड्रिल एक पूर्व नियोजित अभ्यास है जिसका उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों जैसे हवाई हमले, प्राकृतिक आपदा, या शत्रुतापूर्ण हमलों से निपटने की तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमता को परखना होता है।

प्रश्न 2: 7 मई की मॉक ड्रिल क्यों आयोजित की जा रही है?

गृह मंत्रालय ने यह मॉक ड्रिल हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले और “शत्रुतापूर्ण हमलों” की आशंका को देखते हुए नागरिकों और अधिकारियों की तैयारी जांचने के लिए आयोजित की है।

प्रश्न 3: क्या मॉक ड्रिल के दौरान स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे?

नहीं। मॉक ड्रिल के दौरान सभी स्कूल, कॉलेज, बैंक और सरकारी कार्यालय सामान्य रूप से खुले रहेंगे।

प्रश्न 4: क्या बिजली या इंटरनेट सेवा प्रभावित होगी?

संभावित रूप से कुछ क्षेत्रों में स्वैच्छिक क्रैश ब्लैकआउट का अभ्यास हो सकता है, लेकिन कोई स्थायी या व्यापक बिजली कटौती या इंटरनेट बंद होने की सूचना नहीं है।

प्रश्न 5: मॉक ड्रिल में क्या-क्या गतिविधियाँ होंगी?

ड्रिल में हवाई हमले के सायरन, नियंत्रण कक्षों का संचालन, नागरिक सुरक्षा सेवाओं का सक्रियण, बचाव अभ्यास, ब्लैकआउट, बंकरों की सफाई और निकासी योजनाओं का परीक्षण शामिल होगा।

प्रश्न 6: क्या आम नागरिकों को मॉक ड्रिल में भाग लेना होगा?

हाँ, नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की जाती है। उन्हें शांति से निर्देशों का पालन करना चाहिए और किसी भी स्थिति में घबराना नहीं चाहिए क्योंकि यह केवल एक अभ्यास है।

प्रश्न 7: मॉक ड्रिल कितने जिलों में आयोजित की जा रही है?

यह मॉक ड्रिल भारत के 250 से अधिक जिलों में एक साथ आयोजित की जा रही है, जिससे इसकी गंभीरता और व्यापकता का पता चलता है।

प्रश्न 8: मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य क्या है?

मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन तैयारियों का मूल्यांकन करना, नागरिकों को प्रशिक्षित करना, और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय को बेहतर बनाना है ताकि किसी भी शत्रुतापूर्ण स्थिति में जान-माल का नुकसान कम किया जा सके।

प्रश्न 9: क्या यह मॉक ड्रिल किसी आपातकाल की सूचना है?

नहीं। यह एक पूर्व नियोजित अभ्यास है और इसका उद्देश्य केवल सतर्कता और तैयारी को मजबूत करना है। किसी भी तरह की वास्तविक आपात स्थिति नहीं है।

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नागरिकों के लिए क्या जरूरी है?

यह Mock Drill एक पूर्व-निर्धारित अभ्यास है, जिससे कोई खतरे की स्थिति नहीं उत्पन्न होती। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे इस Mock Drill में शांतिपूर्वक सहयोग करें और दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें।

निष्कर्ष:

भारत सरकार द्वारा आयोजित की जा रही यह Mock Drill केवल एक अभ्यास नहीं है, बल्कि यह देश की सुरक्षा रणनीति का एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभ्यास से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि देश की जनता, सुरक्षा बल और प्रशासन किसी भी प्रकार के शत्रुतापूर्ण हमले का डटकर मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।

देश की सुरक्षा में हर नागरिक की भागीदारी ज़रूरी है, और इस Mock Drill के ज़रिए यह सामूहिक जागरूकता और जिम्मेदारी को और मज़बूत किया जाएगा।

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