दुनियाभर में कहर ढा चुका कोरोना वायरस अब फिर एक नए रूप में दस्तक दे चुका है. यह वायरस JN.1 वेरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रहा है. जी हां, कोरोना के इस नए वेरिएंट का नाम KP.3 है. इसका खतरा जापान में तेजी से बढ़ने लगा है. माना जा रहा कि जापान में कोविड-19 संक्रमण की ये 11वीं लहर है. वहीं, तेजी से बढ़ते कोरोना के इस नए वेरिएंट ने फिर से लोगों में खौफ भर दिया है. संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से चेतावनी जारी कर दी गई है. ऐसे में संक्रमण के कुछ लक्षणों पर विशेष ध्यान देना बेहद जरूरी है.

जापान संक्रामक रोग एसोसिएशन के अध्यक्ष काजुहिरो टेटेडा के अनुसार जापान में KP.3 वैरिएंट तेजी से फैल रहा है. यहां तक ​​कि उन लोगों में भी जो वैक्सीन लगवा चुके हैं या पिछले संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. टेटेडा ने दिस वीक इन एशिया को बताया, “दुर्भाग्य से, वायरस हर बार अलग रूप में बदलने पर अधिक खतरनाक और प्रतिरोधी बन जाती है. वैक्सीनेशन के बाद लोग अपनी इम्यूनिटी बहुत जल्दी खो देते हैं, इसलिए उनमें वायरस के प्रति बहुत कम या कोई प्रतिरोध नहीं होता है.”

KP.3 वेरिएंट ओमिक्रॉन से निकला है. यह वेरिएंट पहले के JN.1 वेरिएंट से भी खतरनाक साबित हो रहा है. ऐसे में एहतियात बेहद जरूरी है. इस वेरिएंट में बुजुर्गों, डायबिटीज और हृदय मरीजों में खतरा अधिक है. दरअसल, इस संक्रमण की चपेट में आते ही इम्युनिटी तेजी से घटती है, जिससे जोखिम बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है.

बता दें कि साल 2020 की शुरुआत में जापान में कोविड-19 का पहला मामला सामने आने के बाद से, पूर्वी एशियाई देश में कुल 34 मिलियन संक्रमण और लगभग 75,000 संबंधित मौतें दर्ज की गई है. देश का कोविड-19 केस लोड 5 अगस्त, 2022 को चरम पर था, जब 253,000 से अधिक लोग इलाज प्राप्त कर रहे थे. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पति डग एमहॉफ जैसे हाई-प्रोफाइल अमेरिकी लोगों का हाल ही में कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है और वे आइसोलेशन में चले गए हैं. इस बीच, चल रही टूर डी फ्रांस साइकिलिंग रेस में कई राइडर्स के भी कोरोना टेस्ट के नतीजे पॉजिटिव आए हैं.

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