भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन: सुरत में बन रहा ऐतिहासिक स्टेशन

भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन अब वास्तविकता बनने के बेहद करीब है। गुजरात के सुरत में बन रहा यह हाई-स्पीड रेल स्टेशन भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन कहलाएगा। यह सिर्फ एक बुनियादी ढांचा नहीं, बल्कि भारत के भविष्य की रफ्तार का प्रतीक है।

भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन: सुरत में बन रहा ऐतिहासिक स्टेशन
मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर भारत का पहला बुलेट ट्रेन स्टेशन इस साल के अंत से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। (प्रतीकात्मक चित्र)

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के अनुसार, इस परियोजना की लागत ₹1.08 लाख करोड़ है और अब तक 300 किलोमीटर वायाडक्ट (viaduct) का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। सुरत और बिलीमोरा के बीच 50 किलोमीटर का ट्रायल रन अगले साल से शुरू होगा और पूरी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन लाइन 2029 तक चालू हो जाएगी।


भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन की खासियत

भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन, जो सुरत के अंट्रोली क्षेत्र में स्थित है, एक खूबसूरत हीरे के आकार में बनाया गया है, जो शहर की पहचान यानी डायमंड इंडस्ट्री को दर्शाता है। स्टेशन की 90% निर्माण कार्य पूर्ण हो चुकी है और अब टाइलिंग, ग्लास फसाड और जापान से मंगाए गए विशेष ट्रैक बिछाने का कार्य चल रहा है।

स्टेशन तीन मंजिला होगा:

  • ग्राउंड फ्लोर: रिटेल शॉप्स, टिकट काउंटर और रेस्टोरेंट
  • फर्स्ट फ्लोर: सिक्योरिटी, ऑफिस और पायलट्स के लिए विश्रामगृह
  • थर्ड फ्लोर: प्लेटफॉर्म

स्टेशन की रंग योजना सिल्वर और पिंक में है जो हीरे की चमक को दर्शाता है।


ट्रेन और रूट की जानकारी: भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन से सफर

सुरत स्टेशन पर 425 मीटर लंबे प्लेटफॉर्म तैयार हैं, जो 16-कोच शिंकानसेन ट्रेन को समायोजित कर सकते हैं। ये ट्रेनें जापान से आयातित होंगी और ट्रायल 2026 में शुरू होगा।

भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन से दो प्रकार की सेवाएं शुरू होंगी:

  • हाई स्पीड ट्रेन: सभी 12 स्टेशनों पर रुकती हुई, 2 घंटे 27 मिनट में सफर तय करेगी।
  • रैपिड हाई स्पीड ट्रेन: सिर्फ 4 प्रमुख स्टेशनों पर रुकते हुए, 1 घंटे 58 मिनट में पूरा सफर करेगी।

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टेक्नोलॉजी में भी पहली बार: CAM और ट्रेनिंग

इस परियोजना में CAM (Cement-Asphalt-Mortar) नामक एक विशेष मिश्रण का उपयोग हो रहा है जो बुलेट ट्रेन की स्मूद स्पीड को संभालता है। यह भारत में पहली बार इस्तेमाल हो रहा है। 500 कर्मचारियों को JARTS (Japan Railway Technical Service) द्वारा प्रशिक्षित और प्रमाणित किया गया है।


भविष्य की तैयारी: भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन से आगे

मुंबई के वसई-विरार इलाके में विरार स्टेशन बन रहा है जो सतपुड़ा पर्वत की रूपरेखा पर आधारित होगा। वहीं, मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में भारत का पहला अंडरग्राउंड टर्मिनस बन रहा है, जो दस मंजिल नीचे होगा और उसके ऊपर 95 मीटर ऊँची इमारत होगी।


निष्कर्ष: भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन – एक नई शुरुआत

भारत की पहली बुलेट ट्रेन स्टेशन सिर्फ एक यात्री स्टेशन नहीं बल्कि भविष्य की दिशा में भारत का आत्मविश्वास और तकनीकी क्षमता दर्शाता है। यह परियोजना देश में आधुनिक परिवहन प्रणाली की शुरुआत करेगी और आर्थिक गतिविधियों को भी रफ्तार देगी।

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