कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नीलेश कुम्भानी ने उनका नामांकन पत्र रद्द कराने की साजिश रची है. हालांकि, फॉर्म रद्द होने के कारण सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी को निर्विरोध घोषित कर दिया गया. सूरत के हीराबाग ब्रिज पर नीलेश कुंबानी वांटेड के पोस्टर लगाए गए हैं । पूर्व पार्षद दिनेश काछड़िया ने पोस्टर लगाया है. दिनेश काछड़िया कहते है की “इसे पहचानो, ये लोकतंत्र का हत्यारा-गद्दार है… नीलेश कुंभानी के पोस्टर से सूरत शहर में माहौल गरम हो चुका है.
सूरत में कांग्रेस से उम्मीदवार नीलेश कुंभानी बीजेपी में शामिल होंगे. नीलेश कुम्भानी इस हफ्ते या उसके बाद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. कुंभाणी के स्वागत के लिए बीजेपी की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. सूरत लोकसभा सीट पर दो दिन से चल रहे सियासी ड्रामे के अंत में चुनाव अधिकारी डाॅ. सौरभ पारघी ने कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुम्भानी का फॉर्म रद्द करने की घोषणा की और उसके बाद निर्दलीय समेत 8 में से 7 उम्मीदवारों ने अपना फॉर्म वापस ले लिया. इस तरह सूरत सीट पर इतिहास बन गया और बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए.
सूरत लोकसभा सीट पर नीलेश कुंभानी का फॉर्म अमान्य होने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है. कांग्रेस कार्यकर्ता नीलेश कुंभानी के घर पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया. ‘लोगों के गद्दार, ‘लोकतंत्र के हत्यारे’ जैसे शब्दों वाले बैनरों के साथ विरोध प्रदर्शन किया गया । हालांकि, नीलेश कुंभानी के घर पर ताला लगा मिला. फिलहाल खबर है कि नीलेश कुंभानी से संपर्क नहीं हो पा रहा है.