पंजाब-हरियाणा के बीच शंभू बॉर्डर पर 13 फरवरी से डटे किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। मंगलवार को चंडीगढ़ में मीटिंग के बाद किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि शंभू बॉर्डर खुलते ही किसान दिल्ली कूच करेंगे।

किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि उनकी प्रायोरिटी दिल्ली जाने और दूसरी प्रायोरिटी राम लीला मैदान है। उनकी कोई और मंशा नहीं है। सरकार हमें जहां भी रोकती है, वे सरकार की जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा कि उनका आंदोलन उतनी देर तक जारी रहेगा, जब तक सरकार उनके साथ किए वादे पूरे नहीं करती। ये उनकी डिमांड नहीं हैं, सरकार की तरफ से किए गए वादे हैं। उन्होंने बताया कि 15 सितंबर को बहुत बड़ी महापंचायत जींद के पास होगी। इसके अलावा एक महापंचायत अंबाला के पास की जाएगी। वहीं 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने की भी योजना है। दूसरी कोशिश है कि हम पंजाब में पंचायत करें।

जमीनी हकीकत पर विचार किए बिना हाईकोर्ट ने अपने अधिकारों से परे जाकर बॉर्डर खोलने का आदेश जारी किया है, जो कि उचित नहीं है। हरियाणा सरकार की सुप्रीम कोर्ट में दायर विशेष अनुमति याचिका पर 22 जुलाई को सुनवाई होगी। चूंकि, मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है, ऐसे में बुधवार को बॉर्डर खुलने की उम्मीद कम है। किसानों ने बॉर्डर खुलते ही दिल्ली कूच करने का एलान कर दिया है। हाईकोर्ट ने 10 जुलाई के अपने आदेश में हरियाणा सरकार को एक सप्ताह में शंभू बार्डर खोलने के लिए कहा था। 18 जुलाई को हाईकोर्ट के आदेश को एक सप्ताह पूरा हो जाएगा।

जमीनी हकीकत बॉर्डर पर खतरे की आशंका है। 400-500 ट्रालियां और 50-60 अन्य वाहन के साथ लगभग 500 आंदोलनकारी अब भी शंभू बॉर्डर पर मौजूद हैं। सरकार के पास और भी कई ऐसे इनपुट हैं, जिनसे शांति भंग की पूरी तरह से आशंका बनी हुई है। ऐसे में शंभू बार्डर को अवरुद्ध करना अथवा उसे खोलने का निर्णय करना राज्य का काम है।

किसानों की 15 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च निकालने की भी योजनासंयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत ¨सह डल्लेवाल ने मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि शंभू बार्डर खुलते ही किसान दिल्ली कूच करेंगे। हमारी पहली प्राथमिकता दिल्ली और दूसरी रामलीला मैदान में जाने की है।

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